Shame on Humanity: बहादुरगढ़ में किरायेदार की मौत, मकान मालिक बोले बच्चे डर जाएंगे, बाहर रखवाया शव

Newzfast, Bahadurgarh Shame on Humanity शहर के नजफगढ़ रोड पर मध्यप्रदेश से यहां आकर मजदूरी कर रहे एक व्यक्ति की मौत हो गई। लीवर की बीमारी से पीजीआइ रोहतक में मौत होने के बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए शव मकान पर ले आए। मगर मकान मालिक ने शव को...
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Shame on Humanity: बहादुरगढ़ में किरायेदार की मौत, मकान मालिक बोले बच्चे डर जाएंगे, बाहर रखवाया शव

Newzfast, Bahadurgarh

Shame on Humanity

शहर के नजफगढ़ रोड पर मध्यप्रदेश से यहां आकर मजदूरी कर रहे एक व्यक्ति की मौत हो गई। लीवर की बीमारी से पीजीआइ रोहतक में मौत होने के बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए शव मकान पर ले आए। मगर मकान मालिक ने शव को अंदर ले जाने नहीं दिया। किरायेदारों ने मकान मालिक के आगे इंसानियत की दुहाई दी। हाथ जोड़े। Shame on Humanity

मगर मकान मालिक ने तर्क दिया कि मकान पर रह रहे बच्चे व पशु डर जाएंगे। आप शव को बाहर ही रखो। ऐसे में स्वजनों ने मकान के बाहर ही एक दुकान के छप्पर के नीचे शव को रखा। अंतिम संस्कार के लिए मोक्ष सेवा समिति के प्रधान रिंकू चुघ से संपर्क किया। फिलहाल स्वजन अन्य रिश्तेदारों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उनके आने पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। Shame on Humanity

Shame on Humanity: बहादुरगढ़ में किरायेदार की मौत, मकान मालिक बोले बच्चे डर जाएंगे, बाहर रखवाया शव

मध्यप्रदेश के छतरपुर जिला के गांव कुर्रा निवासी 41 वर्षीय ग्यासीराम अपनी पत्नी व चार बच्चों के साथ नजफगढ़ रोड स्थित मेगा मार्ट के पास एक मकान में किराये पर रहता था। वह यहां पर मेहनत मजदूरी करता था। ग्यासीराम के भाई छोटेलाल ने बताया कि करीब 10 दिन पूर्व उसे लीवर की बीमारी हुई। Shame on Humanity

उसे पीजीआइ रोहतक में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार रात करीब 11 बजे उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। स्वजन वीरवार सुबह करीब छह बजे शव को मकान पर ले आए। मगर मकान की प्रथम मंजिल पर रह रहे मकान मालिक को जैसे ही पता चला तो उसने शव को मकान के अंदर लाने से मना कर दिया। Shame on Humanity

छोटेलाल ने बताया कि हमने मकान मालिक के आगे हाथ जोड़े, इंसानियत की दुहाई दी कि वह शव को उनके कमरे में ले जाने दे, ताकि वे अपनी अंतिम संस्कार से पहले ही सभी रस्म पूरी कर लें लेकिन मकान मालिक ने कहा कि शव को देखकर अन्य किरायेदार व उनके बच्चे और पशु डर जाएंगे। वह ऐसा बिल्कुल नहीं होने देगा। Shame on Humanity

इस कारण स्वजनों ने ग्यासीराम के शव को मकान के बाहर ही सड़क किनारे दुकान के आगे जमीन पर रख दिया वे शव के आसपास बैठ गए और अंतिम संस्कार की तैयारियां करने लगे। रिश्तेदारों को फोन पर सूचित किया गया। आसपास रह रहे रिश्तेदारों के आने बाद मोक्ष सेवा समिति के सदस्यों के साथ मिलकर शहर के रामबाग में शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा Shame on Humanity

मोक्ष सेवा समिति के प्रधान सुरेंद्र उर्फ रिंकू चुघ ने बताया कि मेरे पास ग्यासीराम के स्वजनों का फोन आया था। शव सड़क किनारे एक दुकान के छप्पर के नीचे रखा था। शव के अंतिम संस्कार में उनकी पूरी मदद की जाएगी। Shame on Humanity

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