कहीं आप भी तो नहीं करते कुकिंग ऑयल एक से ज्यादा बार इस्तेमाल, जानें क्या है इसके हानिकारक प्रभाव

 खाना पकाने के तेल का दोबारा उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। यहां हम आपको तेल के दोबारा इस्तेमाल करने से सेहत के लिए होने वाले नुकसान बताएंगे।

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Newz Fast,New Delhi  हमारी रसोई में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली चीजों में से एक 'तेल' (Cooking Oil) है। खाने में स्वाद को जोड़ने से लेकर आपको कई पोषक तत्वों (Nutrients) से समृद्ध करने तक- सही खाना पकाने वाला तेल आपके भोजन (Food) और स्वास्थ्य (Health) के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।

चूंकि भारतीय परिवार अक्सर तेल का उपयोग कभी पूड़ी तो कभी पकौड़े बनाने के लिए करते हैं, इसलिए इसकी बर्बादी को कम करने के लिए बहुत से लोग खाना पकाने के तेल का रियूज (Cooking Oil Reuse) यानी दोबारा इस्तेमाल करते हैं। खाना पकाने के तेल का दोबारा उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक (Harmful Effects on Health) है और यह आपको कई स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के करीब ले जाता है। यहां हम आपको इससे होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं।

हार्ट के लिए साबित होता है जहरीला

जब पहले से उपयोग किए गए तेल को फिर से गर्म किया जाता है, तो यह एल्डिहाइड जैसे विभिन्न जहरीले कैमिकल की हाई कंसनट्रेशन को बाहर निकालता है, जो हार्ट से संबंधित बीमारियों, मनोभ्रंश जैसी संज्ञानात्मक समस्याओं, अल्जाइमर और पार्किंसंस रोग जैसी कई स्वास्थ्य गड़बड़ियों को न्यौता दे सकता हैं। इसी तरह, एक और जहरीला पदार्थ जो तेल को फिर से गर्म करने पर निकलता है, वह है 4-हाइड्रॉक्सी-ट्रांस-2-नॉमिनल (HNE) जो शरीर के लिए काफी जहरीला होता है और डीएनए, आरएनए और प्रोटीन के शारीरिक कार्यों को बाधित कर सकता है।

एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है

तेल को उच्च तापमान पर पकाते समय, कुछ फैट ट्रांस फैट में बदल जाते हैं। और जब इस स्मोक्ड ब्लैक ऑयल को फिर से गर्म किया जाता है, तो यह अधिक मात्रा में ट्रांस फैट भी छोड़ता है जो पूरे स्वास्थ्य के लिए बेहद खराब होते हैं। लंबे समय तक एक ही प्रक्रिया का पालन करने से आप स्ट्रोक, मोटापा, सीने में दर्द, पेट दर्द अपच और यहां तक कि हृदय रोगों जैसी स्वास्थ्य जटिलताओं के करीब पहुंच जाते हैं क्योंकि ट्रांस फैट के अधिक सेवन से शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है।

एसिडिटी और जलन को बढ़ाता है

खाना पकाने के तेल को दोबारा इस्तेमाल करने से एक जहरीली प्रक्रिया होती है जिसे बासी होना कहा जाता है। नमी, हवा या प्रकाश के संपर्क में आने के बाद, तेल अपूर्ण या पूर्ण ऑक्सीकरण से गुजरते हैं और इस प्रक्रिया को बासीपन के रूप में जाना जाता है। हर बार जब तेल गर्म करने की प्रक्रिया से गुजरता है, तो उसके कण संशोधित हो जाते हैं और तेल और उसमें पकाए गए भोजन के स्वाद और गंध को खराब कर देते हैं। ऐसे तेल और भोजन के सेवन से एसिडिटी, पेट में जलन, गले की समस्या होने का खतरा बढ़ सकता है।

इंफ्लेमेशन और कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है

कार्सिनोजेन एक पदार्थ है जो शरीर में कैंसर के गठन से जुड़ा होता है। खाना पकाने के तेल को फिर से गर्म करने से इसमें हानिकारक पदार्थ जैसे पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (Polycyclic Aromatic Hydrocarbons) और एल्डिहाइड बढ़ जाते हैं जो शरीर में कैंसर और इंफ्लेमेशन के उच्च जोखिम से जुड़े होते हैं। इसके अलावा, यदि आप लंबे समय से उच्च सूजन से पीड़ित हैं, तो खराब या दोबारा इस्तेमाल किए गए खाना पकाने के तेल का सेवन आपके लिए काफी हानिकारक हो सकता है। यदि ठीक से इलाज नहीं किया जाता है, तो यह इम्यूनिटी को कम कर सकता है और आगे चलकर आपको विभिन्न बीमारियों और संक्रमणों का शिकार बना सकता है।

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