Girl Adoption Process : मां-बाप ने खुद से किया जुदा, 18 माह की बच्ची को कनाडा में मिला नया परिवार
Newz Fast, Hisar
Girl Adoption Process : आपने यह सुना भी होगा और देखा भी होगा की इंसान की किस्मत बदलते समय नहीं लगता। हरियाणा के जिले हिसार बाल भवन में रहने वाली डेढ़ साल की गुड़िया के साथ के साथ हुआ है।
जब बच्ची डेढ़ साल पहले जिला सिरसा जन्म हुआ तो जन्म के 20 दिन बाद ही परिवार ने उसको छोड़ दिया। माता-पिता के आर्थिक हालत ख़राब होने की वजह से बच्ची 1 महीने की उम्र में जिले हिसार के बाल भवन में पहुंच चुकी थी।
गुड़िया को कैनेडा की पीटर दंपति ने लिया गोद
उसके बाद डेढ़ साल तक परिवार से दूर रहने के बाद गुड़िया को बहुत दूर से आये माता-पिता ने अपना लिया है। डेढ़ साल की गुड़िया को कैनेडा की पीटर दंपति ने गोद ले लिया है।
गुड़िया के नए पिता कैनेडा में नौकरी करते हैं और नई मां फिजियोथेरेपिस्ट हैं। गुड़िया उनकी पहली एवं इकलौती सन्तान होगी। बच्ची के नाम के साथ भी अब पीटर सरनेम जुड़ गया है।
पीटर दम्पति भारतीय कल्चर से प्रभावित
बाल भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में सभी कागजात व पासपोर्ट के साथ गुड़िया को पीटर दंपति को सौंप दिया गया। बच्ची को गोद लेने वाले उसके पिता ने बताया कि वह भारतीय कल्चर से काफी प्रभावित हैं।
पीटर दंपति ने कहा कि भारतीय लोग स्वभाव से काफी दयालु हैं इसी कारण से बच्ची को गोद लिया है। यहां के लोगों के अनुशासन ने भी उनको काफी प्रभावित किया है। वह भारतीय संस्कृति से जुड़ने के लिए एक राह तलाश रहे थे वह राह अब बच्ची में उनको मिल गई है।
बच्ची को भी भारतीय संस्कृति सिखाने की पूरी कोशिश करेंगे
पीटर दंपति ने कहा कि वह अपनी बच्ची को भी भारतीय संस्कृति सिखाने की पूरी कोशिश करेंगे। इसके इलावा वह इसका खाना भी शाकाहारी ही रखेंगे। बच्ची को गोद लेने का प्रोसेस थोड़ा लम्बा व चैलेंजिंग है लेकिन खुशी है कि आखिरकार बच्चा उनको मिल गया।
बच्ची करीबन डेढ़ साल पहले हिसार बाल भवन में पहुंची थी, तब उसकी उम्र सिर्फ एक महीना थी। हालांकि बच्ची को एक साल से गोद देने की प्रक्रिया चल रही थी परंतु कोविड-19 महामारी के कारण प्रोसेस आगे नहीं बढ़ पाया था। (Girl Adoption Process)