Firing In New york: मिलिट्री की वर्दी में आए हमलावर ने की ताबड़तोड़ फायरिंग, 10 लोगों को मार डाला, इस कारण दिया वारदात को अंजाम

Newz Fast, New Delhi
अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित बफेलो इलाके की एक सुपर मार्केट में शनिवार को फायरिंग मेें 10 लोगों की मौत होने का मामला सामने आया है। गोलीबारी में 3 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में एक सिक्योरिटी गार्ड भी शामिल है।
वारदात शनिवार दोपहर को 2रू30 बजे ;भारतीय समयानुसार रविवार की रात 12 बजे हुई। जिन 13 लोगों को गोली मारी गई हैए उनमें से 11 अश्वेत हैं। जिस इलाके में यह घटना हुईए वह भी एक अश्वेत बहुल इलाका है। पुलिस नस्लीय हमले के एंगल से भी जांच कर रही है।
आपको बता दें कि हमले के बाद आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया। उसे कोर्ट में पेश किया गया हैए जहां उस पर फर्स्ट डिग्री मर्डर का चार्ज लगाया गया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जीन पियरे ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को फायरिंग और उसके बाद की जांच के बारे में लगातार जानकारी दी जा रही है।
यहां बताना जरूरी है कि बफेलो पुलिस के मुताबिक टॉप्स सुपरमार्केट के ग्रॉसरी स्टोर में यह गोलीबारी हुई। हमलावर की पहचान 18 साल के पेटन एस गेंड्रोन के तौर पर हुई है। वह हमले के लिए मिलिट्री स्टाइल गियर्स के साथ सुपरमार्केट में घुसा था। उसने बुलेटप्रूफ जैकेट भी पहन रखा था।
इससे पहले हमलावर ने अपने हेलमेट पर लगे कैमरे से हमले की लाइव स्ट्रीमिंग भी की। हालांकिए उसके फुटेज फिलहाल उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। हमले के दौरान सुपर मार्केट में मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि हमलावर की उम्र करीब 18. 20 साल रही होगी।
वह एक श्वेत था और उसने मिलिट्री स्टाइल के कपड़े और काला हेलमेट पहना हुआ था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गोलीबारी के बाद वह अपनी ठुड्डी के सहारे बंदूक लगाकर खड़ा था। बफेलो पुलिस के दो पुलिसकर्मियों ने उससे बात की और उसने राइफल फेंक कर सरेंडर कर दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वीडियो में देखा जा सकता है कि बंदूकधारी सुपरमार्केट के सामने अपनी गाड़ी खड़ी करता है। उसके बगल वाली सीट पर राइफल रखा हुआ है। उसने पार्किंग से निकल रहे लोगों पर हमला कर दिया।
हमले के बाद बफेलो शहर के पुलिस कमिश्नर का बयान आया है। उनके मुताबिक गेंड्रोन ने शुरुआत में स्टोर के बाहर 4 लोगों को गोली मारीए जिनमें से 3 की मौत हो गई।
स्टोर के अंदर एक सिक्योरिटी गार्ड ने हमलावर पर कई गोलियां चलाईं, लेकिन बुलेट प्रूफ की वजह से हमलावर बच गया और उसने सिक्योरिटी गार्ड की हत्या कर दी। सिक्योरिटी गार्ड एक रिटायर पुलिसकर्मी था।
अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन यानी एफबीआई शनिवार शाम से ही आरोपी से पूछताछ कर रही है। ऑफिसर्स को शक है कि यह शूटिंग नस्लीय तौर पर उकसावे से प्रेरित थी। अधिकारियों के अनुसार हम इस घटना की जांच हेट क्राइम और नस्लीय उकसावे से प्रेरित चरमपंथ के मामले के तौर कर रहे हैं।
आपको बता दें कि अमेरिका में पहले भी इस तरह के हमले हो चुके हैं। कई मौकों पर पुलिस ने हमलावरों को स्पॉट पर ही मार गिराया है।