Bhiwani Mother Son Education : शादी के 20 साल बाद मां बेटा एक साथ देंगे परीक्षा, जानिये ये रौचक कहानी
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Bhiwani Mother Son Education
पढ़ाई का जज्बा हो तो ऐसा… भिवानी में मां-बेटा एक साथ एलएलबी की परीक्षा दे रहे हैं। कहा भी सही है, पढ़ने की कोई उम्र नहीं और पढ़ने में कोई शर्म नहीं। शहर की बैंक कालोनी निवासी सुनीता सरोहा ने इसे सार्थक किया है। सुनने में अजीब लगेगा पर यह एकदम सच है। Bhiwani Mother Son Education
सुनीता और उनका बेटा नवीन दोनों एक साथ एलएलबी की परीक्षा दे रहे हैं। सही कहा है जुनून हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। शादी के समय सुनीता 12वीं तक पढ़ी थी। शादी के बाद बच्चों के लालन पालन का बोझ आया तो घर गृहस्थी में व्यस्त हो गईं।
बच्चे बड़े होने के बाद एक बार फिर उन्होंने पढ़ने की ठानी और महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से डिस्टेंस एजुकेशन से पिछले वर्ष स्नातक की। इसके बाद एलएलबी में बिट्स महाविद्यालय भिवानी में दाखिला लिया। अब दोनों मां-बेटा एलएलबी की परीक्षा एक साथ दे रहे हैं। Bhiwani Mother Son Education
एलएलबी की परीक्षा 21 अगस्त तक चलेगी
बिट्स ला कालेज के अधिकारियों के अनुसार एलएलबी की परीक्षा 26 जुलाई को शुरू हुई थी और यह 21 अगस्त तक चलेगी। परीक्षा दोनों ही मां बेटा कहते हैं कि उनकी परीक्षा की तैयारी अच्छी है। हम मां बेटा में यह भी होड़ है कि कौन ज्यादा अंक प्राप्त करता है। Bhiwani Mother Son Education
बेटा 12वीं के बाद तो मां स्नातक के बाद कर रही एलएलबी
बेटा नवीन लोहिया 12वीं करने के बाद पांच वर्षीय एलएलबी कोर्स कर रहे हैं तो मां सुनीता सरोहा स्नातक करने के बाद तीन वर्षीय एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं। फिलहाल बेटा पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा दे रहा है तो मां दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा दे रही हैं।
शादी के 20 साल बाद वकालत की राह पर सुनीता
सुनीता बताती हैं कि 29 जून 2000 को उसकी शादी गोलपुरा निवासी सुनील के साथ हुई थी। शादी के बाद गृहस्थी और बच्चों के लालनपालन का बोझ उन पर आ गया। वह चाहती थी कि पढ़ाई जारी रखी जाए लेकिन पारिवारिक बोझ के चलते पढ़ाई ड्राप करनी पड़ी। Bhiwani Mother Son Education
शादी के 16 साल बाद उन्होंने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कलां संकाय में स्नातक की पढ़ाई शुरू की और पिछले साल वर्ष 2020 में उसकी स्नातक पूरी हुई। इसके बाद उन्होंने बिट्स ला कालेज में नियमित रूप से एलएलबी में दाखिला लिया। अब दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा दे रही हूं। Bhiwani Mother Son Education
महिलाओं की आवाज बनना और समाज सेवा मिशन
सुनीता सरोहा कहती हैं कि महिलाओं पर प्रताड़ना के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। महिलाओं की आवाज बनने के लिए उन्होंने एलएलबी करने की ठानी थी। Bhiwani Mother Son Education
अब इस मिशन में भी कामयाबी जरूरी मिलेगी। वैसे भी वर्षों से वह समाज सेवा के कार्यों से जुड़ी हैं। यह खुद और पति का मिशन है। इसके लिए हम लगातार काम करते रहते हैं। एलएलबी की डिग्री हो जाएगी तो और महिलाओं के लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ सकूंगी।